Friday, April 20, 2007

जिंदगी |

परवाना , परवाना नही कहलाता ,
जब तक शमा उसे जलाती नही \
जब तक दर्द का एहसास नही होता,
जिंदगी,जिंदगी कहलाती नही \\

---गौरी कमलाकर शेवतेकर.

1 comment:

Vikash said...

बहुत अच्छा लिखा है आपने। चलिये अब आपके ब्लोग पर आ गया हूँ तो आपके बारे मे जानने का अवसर मिला करेगा।